सैनिक स्कूल में मोहिनीअट्टम नृत्य देखने जा रहा हूँ.लगभग तय है कि कार्यक्रम का संचालन भी करना होगा.कभी-कभार स्पिक मैके में शामिल होना पुराने दिन याद दिलाता है.आन्दोलन के चौंतीस साल के इतिहास में अपने हिस्से के बारह साल को सोचता हूँ. आरम्भ के दिनों में अपनी पहले की यात्रा में खुद के अति उत्साह को याद करता हूँ.प्रो.लीलाम्ना के नृत्य में स्टेज लगभग आधे समय अत्यल्प रोशनी में डूबा रहा.उत्तरार्ध भाग में जाकर एक मेकेनिक ने कहीं से दो ट्यूबलाईट खोलकर यहाँ स्टेज पर लगाई.सब कुछ नृत्य के होते रहने के समानांतर.
27 अप्रैल, 2012
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