नमस्कार,हिन्दुस्तान के प्रसिद्द हिंदी आलोचक डॉ.नामवर सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे हैं.आलोचक होने के साथ ही बतौर लोकप्रिय अध्यापक भी उन्हें भारत जानता रहा है.'अपनी माटी' के यूट्यूब टेलिकास्ट 'मुलाक़ात विद माणिक' में कॉलेज शिक्षा में हिंदी के प्रोफ़ेसर रहे डॉ. राजेश चौधरी अपने संस्मरण साझा कर रहे हैं.साथ ही आज के ज़माने में 'अध्यापक होने का धर्म' क्या है इस पर भी नामवर जी के आलोक में बातचीत कर रहे हैं.इस इंटरव्यू की रिकोर्डिंग और सम्पादन राजकीय कॉलेज छोटी सादड़ी(प्रतापगढ़) के हिंदी के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर प्रवीण कुमार जोशी ने किया है.'अपनी माटी' की तरफ से यह हमारी नामवर जी को आदरांजलि है.सादर
22 फ़रवरी, 2019
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